मेवात : नूंह जिले के फिरोजपुर झिरका उपमंडल के गांव घाटा शमशाबाद में संचालित विशालकाय बूचड़खाना एचएमए एग्रो इंडस्ट्रीज यूनाइटेड फॉर्म प्रोडक्ट प्राइवेट लिमिटेड की ओर से पुलिस को एक महिंद्रा बोलेरो कार उपहार में दी गई है।
मंगलवार को घटा शमशाबाद स्थित अधिकृत बूचड़खाने के पदाधिकारी नूंह पुलिस अधीक्षक विजय प्रताप से उनके कार्यालय में मिले। जहां पर गाड़ी की चाबी सौंपी। अधिकृत बूचड़खाने के पदाधिकारी अब्दुल्ला रियाज ने बताया कि सभी को कानून व्यवस्था कायम रखने के लिए पुलिस प्रशासन का सहयोग करना जरूरी है। लेकिन इसके लिए पुलिस को अच्छे संसाधनों भी जरूरत होती है।
इसी को मद्देनजर रखते हुए कंपनी प्रबंधन की ओर से स्थानीय पुलिस का संसाधन उपलब्ध कराने के रुप में निर्णय लिया गया था। पुलिस प्रशासन के पास सही और आधुनिक संसाधन उपलब्ध होने की जरूरत है। इसके साथ साथ क्षेत्र वासियों का भी पुलिस के लिए सहयोग जरूरी है। इसी कड़ी में कंपनी प्रबंधन की ओर से पुलिस बोलेरो वाहन भेंट की गई । मंगलवार को पुलिस अधीक्षक विजय प्रताप के कार्यालय में उन्हें चाबी दी गई। इसके अलावा अब्दुल्ला रियाज ने कहा कि कंपनी का प्रयास रहेगा की आगे भी इस प्रकार सहयोग किया जाए।
दूसरे शब्दों में कहा जाए तो कंपनी के पदाधिकारी के द्वारा नूंह पुलिस को मेनेज करने के लिए यह सब किया जा रहा है।
घाटा शमशाबाद स्थित बूचड़खाने के करण वहां रहने वाले और वहां से गुजरने वाले लोगों को कितनी भयानक बदबू का सामना करना पड़ता है।
जो घाटा शमशाबाद के लोग इस बूचड़खाने के इर्द-गिर्द निवास करते हैं उनकी जिंदगी नर्क बनी हुई है। इस बूचड़खाने की वजह से वहां निवास करने वाले लोग बदबूदार आबोहवा में रहने के लिए मजबूर हैं। प्रदूषण विभाग विभाग ने भी आज तक कोई कार्यवाही नहीं की है।
बड़े स्तर पर टैक्स चोरी करने वाले, क्षमता से अधिक उत्पादन करने वाले उद्योगपति अपने काले कारोबार को चलाने के लिए उनके उद्योग के वजह से प्रभावित होने वाले समाज के कल्याण को दरकिनार कर पुलिस को मैनेज करते हैं। वो ही घाटा शमशाबाद स्थित बूचड़खाने के पदाधिकारी के द्वारा किया जा रहा है।
बूचड़खाने के मालिक के द्वारा घाटा गांव के स्कूल को अडॉप्ट करके वहां कक्षा कक्ष पुस्तकालय विद्यालय भवन की बाउंड्री विद्यालय का जीर्णोद्धार करवाना चाहिए था, उप स्वास्थ्य केंद्र में बेहतर से बेहतर सुविधा मिल सके उसके इंफ्रास्ट्रक्चर में सी۔एस۔आर की धनराशि को खर्च करना चाहिए था। लेकिन इन सारी समस्याओं को छोड़कर पुलिस को मैनेज करने में लगे हुए हैं।